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________________ बांकीदासरी ख्यात [ ३५२-३६३ ३५२ वहूजी भटियाणीजी वाछळदेजी रावळ कलारी वेटी रामकवरवाई सवत् १६९८ जेसळमेर जाय परणिया रावळ भीम व्याव कियो गोइंददासजी साथै व्यावमे हुता। ३५३ सोनगरा जसवतरी वेटी मनसुखदेजी भागवतीवाई सवत् १६९८ मणियारी पधार परणिया बेटी अमरसिंघजी । ३५४ सवत् १६९१ रा चैत वद ७ गढसू उतर अमरसिंघजी पटो पायो वडैद जठे पधारिया । ३५५ वाघेला सागारी वेटी वाघेली कसूबदेजी सोभा सीकदाररै घरै परणिया जोधपुर डोळो आयो थो ज्याका गढी तळाव नवो बधायो । ३५६ नरूकी केसरदेजी चदरभाणजीरी वेटी संवत् १६७९ रै असाढ गांव पनवाड परणिया, परवेज साथ जाता सवत् १७३५ पोस वद १० जोधपुर सती हुवा । ३५७. कछवाहा राजा भावसिंघजीरी वेटी सूरजदेजी राजा जैसिंघजी व्याव कियो आवेर जाय परणिया आगरै सहगवन कियो राजाजी साथ सवत १६९४ रा जेठ सुद ३ । ३५८. सेखावतजी खडेलारा अतरगदे सासरारो नांव, जानकवर वाई पीहररो नाव, राजा वरसिंघ दुवारकादासोतरी बेटी महाराज जसवतसिंघजीरी राजलोक, कवर प्रथीसिघजीरी मा ज्या तळाव खणायो, वधाय नाव जानसागर कोई लोग सेखावतजीरो तळाव कहै। ३५९ वहूजी श्री हाडीजी नाम जसवतदेजी राव चत्रसाळरी वेटी सवत् १६९४ रा जेठ सुद २ सनी वूदी पधार परणिया जेठ सुद ३ महाराज गजसिंघजी देव लोक हुवा पीहररो नाव कोमकवरी। ३६० वहूजी हाडी जसवतदे चत्रसाळ वृंदीरा रावरी बेटी सवत् १७२६ रा वैसाख सुद १३ राणीपदो पायो औरगाबाद में । ३६१. चहुवाण जगरूपदेजी दयालदास सिखरावतरी वेटी सवत् १६९७ रा फागण सुद ३ लाहोर जाता डोळो आयो, विला. परणिया। ३६२. वहूजी चहुवाणजी चहुवाण दयालदास सिखरावतरी बेटी पातारी भाणेज नाम जगरुपदेजी पीहररो नाव रायकवरी सवत् १६९७ रा फागण सुद ३ लाहोर पधारता गाव विला. डोळो आयो परणिया ।। ३६३. वहूजी गोड जसरदे मनोहरदासरी वेटी सवत् १७०६ रा फागण वद २ राजा वीठळदास व्याव कियो गढ रणथभोर ।
SR No.010598
Book TitleBankidasri Khyat
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNarottamdas Swami
PublisherRajasthan Puratattvanveshan Mandir
Publication Year1956
Total Pages233
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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