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सुत्तागमे
पं० १० भवचरम०]
३९५ अचरमन्तपएसा य दोऽवि विसेसाहिया। एवं वट्टतंसचउरंसायएसु वि जोएयव्वं ॥ ३६८ ॥ परिमण्डलस्स णं भंते ! संठाणस्स असंखेजपएसियस्स संखेजपएसोगाढस्स अचरमस्स चरमाण य चरमन्तपएसाण य अचरमन्तपएसाण य दव्वट्ठयाए पएसठ्ठयाए दव्वट्ठपएसठ्ठयाए कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा ४? गोयमा ! सव्वत्थोवे परिमंडलस्स संठाणस्स असंखेजपएसियस्स संखेज्जपएसोगाढस्स दव्वट्ठयाए एगे अचरमे, चरमाइं संखेजगुणाई, अचरमं च चरमाणि य दोऽवि विसेसाहियाइं, पएसट्टयाए सव्वत्थोवा परिमंडलसंठाणस्स असंखेज्जपएसियस्स संखेजपएसोगाढस्स चरमंतपएसा, अचरमंतपएसा संखेजगुणा, चरमंतपएसा य अचरमंतपएसा य दोऽवि विसेसाहिया, दव्वट्ठपएसट्ठयाए-सव्वत्थोवे परिमंडलस्स संठाणस्स असंखेजपएसियस्स संखेजपएसोगाढस्स दव्वट्ठयाए एगे अचरमे, चरमाइं संखेजगुणाई,, अचरमं च चरमाणि य दोऽवि विसेसाहियाई, चरमंतपएसा संखेज्जगुणा, अचरमंतपएसा संखेज्जगुणा, चरमंतपएसा य अचरमंतपएसा य दोऽवि विसेसाहिया । एवं जाव आयए। परिमंडलस्स णं भंते ! संठाणस्स असंखेजपएसियस्स असंखेज्जपए-- सोगाढस्स अचरमस्स य चरमाण य चरमंतपएसाण य अचरमंतपएसाण य दव्वट्ठयाए पएसठ्ठयाए दव्वट्ठपएसट्ठयाए कयरे कय रेहिंतो अप्पा वा ४ ? गोयमा ! जहा रयणप्पभाए अप्पाबहुयं तहेव निरवसेसं भाणियव्वं, एवं जाव आयए ॥ ३६९ ॥ परिमंडलस्स णं भंते ! संठाणस्स अणंतपएसियस्स संखेजपएसोगाढस्स अचरमस्स य चरमाण य चरमंतपएसाण य अचरमंतपएसाण य दवट्ठयाए पएसठ्ठयाए दव्वट्ठपएसठ्ठयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा ४ ? गोयमा ! जहा संखेजपएसियस्स संखेजपएसोगाढस्स, नवरं संकमेणं अणंतगुणा, एवं जाव आयए। परिमंडलस्स णं भंते ! संठाणस्स अणंतपएसियस्स असंखेज्जपएसोगाढस्स अचरमस्स य ४ जहा रयणप्पभाए, नवरं संकमे अणंतगुणा, एवं जाव आयए ॥ ३७० ॥ जीवे णं भंते ! गइचरमेणं किं चरमे अचरमे ? गोयमा ! सिय चरमे, सिय अचरमे । नेरइए णं भंते ! गइचरमेणं किं चरमे अचरमे ? गोयमा ! सिय चरमे, सिय अचरमे, एवं निरंतरं जाव वेमाणिए । नेरइया णं भंते ! गइचरमेणं किं चरमा अचरमा ? गोयमा ! चरमा वि अचरमा वि, एवं निरंतरं जाव वेमाणिया । नेरइए णं भंते ! ठिईचरमेणं किं चरमे अचरमे ? गोयमा ! सिय चरमे, सिय अचरमे, एवं निरंतरं जाव वेमाणिए । नेरइया णं भंते ! ठिईचरमेणं किं चरमा अचरमा ? गोयमा ! चरमा वि अचरमा वि, एवं निरंतरं जाव वेमाणिया । नेरइए णं भंते ! भवचरमेणं किं चरमे अचरमे ? गोयमा ! सिय चरमे, सिय अचरमे, एवं निरंतरं जाव वेमा