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उपात्तप्रमाणानि
पु. सं पङ्क्ति सं. सोऽविद्याग्रन्थि विकिरतीह (स) मु. 2-1-10 .... सोऽश्नुते सर्वान् कामान् (स) तै. 2-1-1
170 स्थितिसंयमकर्ताऽसौ (आ) वि. पु. .... 60 14 स्थित्यदनाभ्यां च (स) ब्र. सू. 1-3-6 .. 169 10 स्मृत्यनवकाशदोषप्रसङ्गात् (आ) ब्र. सू. 2-1-1 स्यान्नागरदाविलवेसरं च (स) शिल्पं .... 608 स्वमायया सांप्रतमागतं वा (स)
. . 1754 स्वशास्त्रनिर्णयेऽसिद्ध (स)
.... 2707 स्वशास्त्रनिर्णये सिद्धे (स)
..... 270
8 स्वसत्ताभासकं सत्वं (स) पञ्चरात्रं .... 282 स्वातन्त्रयमतुलं प्राप्य (स)
... 6 6 स्वेच्छामात्रनिदानता (आ)
... 301 18
हरि हरीतकी चैव (स) वैद्यशास्त्रं
.... 617 हन्ताहमिमास्तिस्रो देवताः (आ) छा. 6-3-2, 305
3-4, 6-4-7, 6-8-6. हारकेयूरकटक (आ)
... 2916 हिरण्गर्भः (आ) म. ना. 1-12
.. 44 13 हिरण्यगर्भस्समवर्तताने (स)
. 438 हिरण्यगर्भो भूगर्भः (आ) स ना.
43 18 हेत्वभाव फलाभावः (स)
___.. 99 16 ह्रीश्च ते लक्ष्मीश्च पत्नयो (आ) पु. सू. उत्तरानु .... (स)
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