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वच
वार्थ
हा ग्रहणनिक्षेपणरूप व्यापारका स्कंध न होय ताकी स्कंध ऐसी संज्ञा उपजै है, इहां दोय अणु आदिके स्कंधके ग्रहणनिक्षे
पणांके व्यापारकी योग्यता नाहीं है तो भी रूढिके वशतें स्कंधसंज्ञा जाननी । रूढिविर्षे क्रिया कहूं एक हुई सती उपलक्षणपणांकरि आश्रय कीजिये है । बहुरि पुद्गलनिके अनंत भेद हैं । तौ अणु स्कंध इन दोऊमें जाति अपेक्षा । गर्भित है, तिसही आर्थि सूत्र में दोऊकै बहुवचन है । बहुरि दोय भेदका कहना पूर्वं दोय सूत्र कहे तिनका भी संबंध
जनावै है । अणु हैं ते तो स्पर्श रस गंध वर्णवान् हैं । बहुरि स्कंध हैं ते स्पर्श रस गंध वर्णवान् भी हैं अर शब्द निका का बंध सौम्य स्थूल संस्थान भेद तम छाया आतप उद्योतवान् भी हैं बहुरि परमाणु अतीन्द्रिय हैं । तिनका अस्तित्व पान । शरीर इन्द्रिय पृथ्वी आदि स्कंधनामा कार्यनितें जानिये है । जाते कार्यतै कारणका अनुमान होय है । ए स्कंध हैं । २२९ ते परमाणुनिके कार्य हैं।
बहुरि अनंतपरमाणु बंधनरूप होय सो स्कंध है ताका आधा स्कंधदेश कहिये । ताका भी आधा स्कंधप्रदेश | कहिये । तिनकेही भेद पृथिवी अप तेज वायु आदिक हैं ॥
आगें पूछे है, इन पुद्गलनिकै अणुस्कंधलक्षण परिणाम है, सो अनादिका है, कि आदिमान् है ? ताका उत्तर, जो, उत्पत्तिकी अपेक्षा आदि मान है । फेरि पूछे है, सो जो आदि माने है, तो कौन निमित्ततें उपजै है ? सो कहो । तहां प्रथमही स्कंधनिकी उत्पत्तिका कारण कहनेकू सूत्र कहै हैं
॥ भेदसङ्घातेभ्य उत्पद्यन्ते ॥ २६ ॥ याका अर्थ- पुद्गलनिक स्कंध हैं ते भेदतें तथा संघातते उपजै हैं । तहां बाह्य अभ्यंतर निमित्तके वशतें स्कंध । विदारे जाय सो भेद है । बहुरि न्यारे न्यारे होय तिनका एकपणां होना सो संघात है । इहां दोऊकै बहुवचन है सो तीसरेके ग्रहणके आर्थि है । भेदतें संघाततै भेदसंघाततें ऐसे तीनि हेतु” स्कंध उपजै हैं । सोही कहिये है। दोय परमाणुके संघातर्ते दोय प्रदेशका स्कंध उपजै है । दोय प्रदेशका स्कंध अर एक परमाणु मिलै तीनि प्रदेशका स्कंध उपजै । तथा तीनि परमाणु मिलै भी तीनि प्रदेशका स्कंध उपजै है । बहुरि दोय स्कंध दोय दोय परमाणुके मिले ।। तथा एक तीनि परमाणुका स्कंध अर एक परमाणु मिलै । तथा च्यारि परमाणु खुली मिलै तब च्यारि परमाणुका | स्कंध निपजै । ऐसेही संख्यात असंख्यात अनंत अनंतानंतके संघाततै तिन परमाणुनिके स्कंधनिकी उत्पत्ति है । बहुरि । । तैसें स्कंघनिके भेद होते दोय प्रदेशके स्कंधताई स्कंध उपजै है । बहुरि ऐसेही कोई स्कंधका तौ भेद हुवा अरु अन्य ।