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1. कायसा+
१. बधे
२. बहे ३. छविच्छेए
सुवोध जैन पाठमाला
जो मे देवसिप्रो श्रइयारो को
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ऐसे पहले स्थूल प्राणातिपात पहला स्थूल प्राणातिपात विरमरण व्रत के पच अइयारा विरमरण व्रत के विषय याला जारिणयव्वा न समायरिव्वा मे जो कोई प्रतिचार लगा न जहा ---ते श्रालोडहो, तो आलोउ
४. अइभारे ५. भत्तपारण- विच्छेए
-भाग २
: काया से ( इन तीन योगो से )
प्रतिचार पाठ
: रोपवश गाढ बन्धन बाँधा हो,
: गाढ घाव घाला हो,
अवयव ( चाम यादि का ) छेद किया हो,
: अधिक भार भरा हो,
: भात पानी का विच्छेद किया हो, ( खाने-पीने मे स्वावट डाली हो )
प्रतिक्रमण पाठ
इन प्रतिचारो मे से मुझे जो कोई दिन सम्बन्धी अतिचार लगा हो, तो तस्स मिच्छामि दुबकडं ।
'अहिंसा प्रणुव्रत' प्रश्नोत्तरी
प्र० : सूक्ष्म प्रारणातिपात किसे कहते हैं ?
तिस्स भन्ते ! पडिक्कमामि निद्रामि गरिहामि मप्पा वोसिरामि ' इतना और