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________________ १६ *श्री लँबेच समाजका इतिहास : प्रसादके बलदेवप्रसाद भये उनका ब्याह नहीं भया वृन्दाबनके कोई नहीं हुआ। हुन्वलालके जानकीप्रसाद व हरदेव प्रसाद भये अँगाड़ी इसमें न्योरा नहीं है। ___ इस प्रकार जैसी जैसी लिखित वंशावली उपलब्ध हुई है। हमने लिखी है चंदोरिया इटावा वालों की वंशावली भिंडकी चन्द्रमणि ( चन्द्रपाल ) चंदोरिया के कुल परम्परा में खेमीपति (खेमचन्द ) उनके कुल में राधेलाल उनके पुत्र हँसराज हँतिकान्त के पोद्दारन के व्याहे । नाथराम पोद्दार की बेटी तिनके ४ पुत्र भये रामवकस १ छीतरमल २ रामनारायण ३ मंगली ४ रामनारायण को रपरिया गोत्रकी रामचन्द्रकी बेटी व्याही गयी। जिनके बेटा गनी १ झुन्नीलाल २ । झुन्नीलाल विजोरा गाँवकी सर्वजीत रपरिया की बेटी व्याही । तिनके बेटा मिट्ठ लाल १ रूपचंद २ मिहीलाल ३, मिट्ठ लाल को सहसपुर की भजनलाल रपरिया की बेटी व्याही। रूपचंद मोवतपुरा कुअर भरए के व्योहे।
SR No.010527
Book TitleLavechu Digambar Jain Samaj
Original Sutra AuthorN/A
AuthorZammanlal Jain
PublisherSohanlal Jain Calcutta
Publication Year1952
Total Pages483
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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