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श्री सेठिया जन ग्रन्थमाला
सामायिक के चार भेद:
(१) सम्यक्त्व सामायिक (२) श्रुत सामायिक ।
(३) देशविरति सामायिक (४) सर्व विरति सामायिक । (१) सम्यक्त्व सामायिकः-देव नारकी की तरह निसर्ग अर्थात्
स्वभाव से होने वाला एवं अधिगम अर्थात् तीर्थंकरादि के समीप धर्म श्रवण से होने वाला तत्वश्रद्धान सम्यक्त्व
सामायिक है। (२) श्रुत सामायिक:-गुरु के समीप में सूत्र, अर्थ या इन
दोनों का विनयादि पूर्वक अध्ययन करना श्रुत सामायिक
(३) देशविरति सामायिक:--श्रावक का अणुव्रत आदि रुप
एक देश विषयक चारित्र, देशविरति सामायिक है। (४) सर्वविति सामायिकः-साधु का पंच महाव्रत रूप सर्वविरति चारित्र सर्वविरति सामायिक है।
(विशेषावश्यक भाष्य गाथा २६७३ से २६७७) १६१ वादी के चार भेदः
(१) क्रिया वादी, (२) अक्रिया वादी।
(२) विनय वादी, (४) अज्ञान वादी । क्रियावादी:-इसकी भिन्न २ व्याख्याएं हैं। यथा:(१) कर्ता के विना क्रिया संभव नहीं है। इसलिए क्रिया
के कर्ता रूप से आत्मा के अस्तित्व को मानने वाले क्रियावादी हैं।