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श्रो सेठिया जैन प्रन्थमाला
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देश विकल्प कथा — देश विशेष में धान्य की उत्पत्ति तथा वहां के चत्र, कूप, देवकुल, भवन आदि का वर्णन करना देश विकल्प कथा है ।
देश छंद कथा -- देश विशेष की गम्य, अगम्य विषयक बात करना । जैसे लाट देश में मामा या मामी की लड़की का सम्बन्ध किया जा सकता है और दूसरे देशों में नहीं । इत्यादि कथा करना देश छन्द कथा
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देश नेपथ्य कथा - देश विशेष के स्त्री पुरुषों के स्वाभाविक वेश तथा शृङ्गार आदि का वर्णन करना | देश नेपथ्य कथा है । ( ठाणांग ४ सूत्र २८२ ) देश कथा करने से विशिष्ट देश के प्रति गग या दूसरे देश से अरुचि होती है । गगद्वेष से कर्मबन्ध होता है | स्वपक्ष और परपक्ष वालों के साथ इस सम्बन्ध में वादविवाद खड़ा हो जाने पर झगड़ा हो सकता है। देश वर्णन सुनकर दूसरा माधु उस देश को विविध गुण सम्पन्न सुनकर यहां जा सकता है । इस प्रकार देश कथा से अनेक दोषों ५. संभावना है ।
(निशीथ चूर्णि उद्देशा १ )
१५२ - गजकथा चार:
(१) राजा की अतियान कथा (२) राजा की निर्याण कथा (३) राजा के बलवाहन की कथा (४) राजा के कोष और कोठार की कथा |
राजा की प्रतियान कथा - राजा के नगर प्रवेश तथा उस समय की विभूति का वर्णन करना, अतियान कथा है ।