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प्राचीन जैन सारक। मालवाके विक्रम संवत सन् ५७ पूर्वके लेख राजपूतानासे प्राप्त हुए हैं। केवल एक लेख मंदसोरमें संवत ४९३ या सन् ४३६ का प्राप्त हुआ है। ___ चौद्धके समयमें जो भारतमें १६ प्रसिद्ध शक्तिये थीं उनमें अवंति देश भी एक था। उज्जैन बड़ी प्रसिद्ध जगह थी। दक्षिणसे नेपालके मार्गमें उज्जैन पड़ता था। बीचमें महिप्मती तथा . विदिशा या भिलसा भी पड़ता था।
पश्चिमी क्षत्रप-सन् ई० के प्रारम्भमें इन लोगोंने मालवा पर राज्य किया था। मुख्य राजा चास्थाना और रुद्रदमन (सन् १५०) थे। फिर गुप्तों तथा सर्कदहूनोंने राज्य किया । चंद्रगुप्त द्विने सन् ३९०में मालवा लिया । हूनोंमें तुरामन और मिहिर कुल प्रसिद्ध थे, करीब ५०० ई० तक राज्य किया । करीव ६०० सन् ई० के नरसिंह गुप्त बालादित्य मगधवासी और मंदसोरके राजा यशोधर्मनने राज्य किया । सन् ६०६से ६४८ तक प्रसिद्ध कन्नौज राजा हर्षवर्धनने मालवा पर शासन किया । ८०० से १२०० ई० तक मालवा पर. परमार राजपूतोंने राज्य किया जिनकी राज्यधानी पहले उज्जैन फिर धारपर रही । १० वीं से १३ वीं शदीतक १९ राजा हुए हैं उनमें बहुत प्रसिद्ध राजा भोज (सन् १०१०से १८५३) हुए हैं । यह बड़ा विद्वान और वीर था । अन्तमें इस राजाको अहिलवाड़ाके चालुक्योंने और त्रिपुरीके कलचूरियोंने राज्यसे भगा दिया। १२३८ के अनुमान मुसल्मानोंका राज्य होगया।
-REDEEO