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________________ प्रथम भाग) ७८ ___ (१९) भूतवलि-बाहुवलीका छोटा पुत्र । (२०) अनंतसेन-सबसे पहिले मोक्ष जानेवाले भगवान् ऋषभके पुत्र अनंतवीर्यका पुत्र था। (२१) अनंतवीर्य-जयकुमारका ज्येष्ठ पुत्र था.। यह सत्यवादीकी विदसे प्रसिद्ध है। (२२) नीचे लिखे भगवान् ऋषभके पुत्र हुए थे जिनका दीक्षा नाम दूमा ही था। (१) पमसेन-पहिले गणधर (दीक्षा नाम भी यही था)। (१) अनंतविजय (३) महासेन । (१३) यशस्वती-भगवान् ऋषभदेवकी महाराणी और भरत चक्रवर्ती आदि सो पुत्रोंकी माता । (२४) सुनंदा-भगवान् ऋषभदेवकी दुसरी महाराणी 'बाहुबलीकी माता। (११) सुभद्रा-चक्रवर्ती महाराज भरतकी पट्टरानी थी। यह रत्नोंका चूरा चुकुटियोंसे कर देवी थी और उसीसे चौक पूरा करती थी । इसे बड़ा अभिमान था । (१६) अयोध्य-महारान मरतका सेनापति । (२७) युद्धिसागर-चक्रवर्ती भरतका पुरोहित । (१८) कामराष्टि-चक्रवर्ती गृहपति (मंडारी) (१९) भद्रमुख-नक्रवर्तीका सिकावट ।
SR No.010440
Book TitlePrachin Jain Itihas 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSurajmal Jain
PublisherMulchand Kisandas Kapadia
Publication Year
Total Pages143
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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