________________
154
पल्लीवाल जैन जाति का इतिहास (17) 'भट्टारक सम्प्रदाय' स-प्रोफेसर वो पो जोहरा पुरकर । (18) अनेकान्त, वर्ष 18, पृष्ठ-153 ।। (19) 'धर्मरत्न', वर्ष 1, अक 12, सन् 1937 (20) 'पल्लीबाल जैन जाति की एक ऐतिहासिक झलक' श्री
पल्लीवाल जैन पत्रिका, जून 1985 । (21) 'फूलमाल पच्चीसी' रचयिता-कविवर विनोदीलाल जी। (22) वर्धमान पुराण के सोलहवे अधिकार पर विचार' ले श्री
यशवन्त कुमार मलैया, अनेकात, वर्ष 27, पृष्ठ 58 (अगस्त
1974)। (23) 'महाकवि चन्द के वशधर', ले प्रो रमाकात त्रिपाठी,
'चाँद' (मारवाडी अक), नवम्बर सन् 1929 । (24) पल्लीवाल हितैषिणी. ले श्री नदकिशोर जी पटवारी,
(स 1967)। (25) पल्लीवाल रीति प्रभाकर,' (अजमेर से प्रकाशित), स
1970 । (26) तिलक मजरी सार,' सपादक-श्री नारायन मनीलाल
कसारा, प्रकाशक-लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति
विद्यामदिर, अहमदाबाद । (27) आगरा मे निर्मित जैन बाड् मय', ले डा नेमीचद्र शास्त्री,
'गुरु गोपालदास वरैया स्मृति-ग्रन्थ,' पृष्ठ 553 । (28) 'पल्लीवाल कवि मनरगलाल की नेमिचद्रिका', ले श्री
अगरचद नाहटा, 'श्री पल्लीवाल जैन पत्रिका' जनवरी
1950 । (29) 'नेमि शीर्षक हिन्दी साहित्य,' ले डा कु इन्दुराय जैन,
अनेकात, वर्ष 39 किरण 4 पृष्ट 8 (1986) । (30) 'जैन कवियो के ब्रजभाषा-प्रबन्धाकाव्यो का अध्ययन (वि
स 1700-1900),' ले डा लालचद जैन । (31) 'जैन धर्म में अहिंसा' (सूरत से प्रकाशित) मे लाला लाल
मन जी का परिचय। (32) 'श्री चौबीस तीर्थ कर पुराण,' रचयिता-श्री वालाप्रसाद
कान्नगो। (33) 'भव्य-प्रमोद,' रचयिता-प मक्खनलाल जो प्रचारक । (34) 'भगवान महावीर स्मृति प्रथ,' प्रधान संपादक-डा ज्योति