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________________ पल्लीवाल शब्द • एक दृष्टि 155 प्रसाद जी जैन, लखनऊ (सन् 1975)। (35) 'कोढाली पल्लीवाल जैन दर्शन,' ले श्री मधुकर उमाठे, 'श्री पल्लीवाल जैन पत्रिका, नवम्बर-दिसम्बर 1979 । (36) हिन्दी जैन भक्ति काव्य और कवि,' ले डा प्रेमसागर जैन, (37) 'कु दकु दाचार्य के तीन रत्न,' ले गोपालदास जीवाभाई पटेल (प्रकाशक-भारतीय ज्ञानपीठ)। (38) 'कविवर प दौलतराम जी,' ले परमानद जैन, अनेकात, वर्ष 11 किरण 3 पृष्ठ 252, मई 1952 ।। (39) 'दौलत विलास,' प्रकाशक-'श्री अवि जैन मिशन,' अलीगज (एटा), सन् 1955 । (40) 'सम्पादकीय स्पष्टीकरण' प कैलाशचद शास्त्री, जैन, सदेश' भाग-49 सख्या 42 (30 जनवरी 1986)। (41) 'मथुरा सग्राहलय की स 1826 की तीर्थ कर मूर्ति' श्री कृष्णदत्त वाजपेयी, 'अनेकात' वर्ष 10 किरण 7-8 पृष्ठ 261 (जनवरी-फरवरी सन् 1950)। लेखक का परिचय मान-अनिल कुमार जैन जन्म स्थान- धलिया गज, प्रागरा । जन्म तिथि-28 जनवरी, सन् 1957 ई । पिता का नाम-मा रामसिंह जी जैन, एम ए एल टी (मूल नि प्राम-मगरा (प्रागरा)। माता का नाम-श्रीमती अगूरी देवी जेन । शिक्षा-एम एस सी (भौतिक विज्ञान), सेन्ट जोन्स कॉलेज,मागरा 1971, पी एच डी (भौतिक विज्ञान), प्रागरा विश्व विद्यालय, 1983 । वर्तमान कार्य क्षेत्र-तेल एव प्राकृतिक गैस आयोग, अकलेश्वर (गुजरात। विवाह तिथि-22 मई 1983 1 पनि का नाम-श्रीमती हेमलता जैन (सुपुत्री-श्री फूलचद जैन पलवर)।
SR No.010432
Book TitlePallival Jain Jati ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAnilkumar Jain
PublisherPallival Itihas Prakashan Samiti
Publication Year
Total Pages186
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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