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पल्लीवाल शब्द एक दृष्टि
संदर्भ सूची
(1) 'परमार जाति के इतिहास पर कुछ प्रकाश' के पं नाथूराम प्रेमी, अनेकान्त वर्षं 3, पृष्ठ 441, (मई, सन् 1940) । (2) जैन समाज की कुछ उपजातियाँ, ले श्री परमानन्द शास्त्री, अनेकान्त, वर्ष 22, पृष्ठ 50, (जून, सन् 1969) । (3) 'पल्लीवाल जैन इतिहास ' ले. दौलतसिंह लोढा । (4) 'पल्लीवाल गच्छ पट्टावली, ले श्री अगरचन्द नाहटा, 'जैनाचार्य श्री आत्मानन्द जन्म शताब्दी स्मारक ग्रन्थ (सन् 1936 ) ।
(5) 'चन्द्रबाड का इतिहास' ले प परमानन्द शास्त्री, अवेकात वर्ष 24, पृष्ठ 186, (दिसम्बर, 1971) |
( 6 )
'दीवारी दर सुनाते है गुजरो कहानियाँ' ले तृप्ति पाडेय, धर्मयुग ( 23 फरवरी से 1 मार्च 1986 ) |
(7)
'कौशाम्बी' ले प बलभद्र जैन,' अनेकान्त, वर्ष 26 पृष्ठ 65, (सन् 1973 ) ।
(8) 'जैन धर्म का प्राचीन इतिहास (भाग-2)' ले प परमानन्द शास्त्री ।
( 9 ) आचार्य महावीर कीर्ति स्मृति ग्रन्थ' सम्पादक डा नेमेनन्द्र चन्द जैन, संग्राहक एव प्रकाशक श्री धनेन्द्र प्रसाद जैन, वाराणसी ।
(10) 'चारित्र सार' मूलकर्ता चामुण्डराय, प्रकाशक- उदासीन श्राश्रम, सीकर, ( इस ग्रन्थ के अन्त मे देखे 'आचार्य पट्टावली' ( 11 ) 'तीर्थयात्रा गाइड' ले श्री गम्भीरचन्द जैन ।
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(12) श्री लबेचू जाति का इतिहास ले प झम्मनलाल तर्कतीर्थ । (13) 'दक्षिण भारत मे जैन धर्म' ले प कैलाशचन्द सिध्दान्तप्राचार्य ।
( 14 ) 'हिन्दी विश्वकोश (भाग - 7 ) ' ले डा नागेन्द्रनाथ वसु, पृष्ठ-171 ।
(15) 'भारत के दिगम्बर जैन तीर्थ' (भाग- उत्तर प्रदेश के तीर्थ), लेप बलभद्र
।
( 16 ) 'सूरत अने सूरत
जिला दिगम्बर जैन मन्दिरनो' मूर्ति लेखे संग्रह' संग्रहकर्त्ता व प्रकाशक - श्री मूलचन्द किसनदास कापड़िया, सूरत, पृष्ठ - 211 ।