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नेमिनाथ- चरित्र
सोमराजकी पुत्री सोमश्रीके चन्द्रकान्त और शशिप्रभ । वेगवती वेगमान और वायुवेग । मदनवेगाके अनाधृष्टि, दृढमुष्टि और हिममुष्टि । बन्धुमतीके वन्धुषेण और सिंहसेन । पियंगुसुन्दरीका शिलायुध । प्रभावतीके गन्धार और पिङ्गल । जरारानीके जरत्कुमार और वाहलीक | अवन्तिदेवीके सुसुख और दुर्मुख । रोहिणी के बलराम, सारण और विदूरथ । बालचन्द्राके वज्रदष्ट्र और अमितप्रभ । यह सभी बड़े ही बलवान और पूरे लड़ाकु थे ।
बलरामके साथ बलरामके अनेक पुत्र भी आये थे, जिनमें से 'उल्सूक, निषध, प्रकृति, द्युति, चारुदत्त, ध्रुव, शत्रुदमन, पीठ, श्रीध्वज, नन्दन, श्रीमान, दशरथ, देवनन्द, आनन्द, विप्रथु शान्तनु, पृथु शतधनु, नरदेव, महाधनु और दृढधन्वा मुख्य थे |
इसी प्रकार कृष्णके भी अनेकानेक पुत्र वहाँ उपस्थित थे, जिनकी संख्या एक हजारसे भी अधिक थी । उनमें भानु, भामर, महाभानु, अनुभानु, वृहद्ध्वज, अग्निशिखा, धृष्ण, संजय, अकंपन, महासेन, धीर, गंभीर,