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स्यादवाद री या वचन शैली जीवन रो सहज धरम है, बेवार रो सीधी सादी भाषा है। जं कोई इण नै प्राच्छी तरेऊ' समझ लेवे तो सगळा वैचारिक झगड़ा, टकराहट र संघर्ष मिट जाने ।
श्रनेकान्तवाद इण वात पर जोर देवी कं प्रा वस्तु एकान्त रूप सू' इसी 'ही' है, श्रावात मत कैवो । 'हो' री जगा 'भी' रो प्रयोग करो । इण कथन आपसी संघर्ष नी वढला, एक दूजा रे वोचे सोहार्दपूर्ण, मधुर वातावरण वरीला मंत्री भाव से विस्तार इनैलो र विचार उदार वगेळा ।