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भारतीय भाइयों, तुम्हारे राजा के अत्याचार की कहानी थोड़ी-बहुत मैं भी सुनता आया हूँ। मेरी समझ से तो तुम लोगों को उसका कृतज्ञ होना चाहिए, उसे धन्यवाद देना चाहिए !
पहला
ऐं, क्या कहते हैं आप!
भारतीय अत्याचार बढ़ने पर ही धर्म का स्थापन करने वाली शक्तियाँ अवतीर्ण होती हैं और 'तब हम विश्वास करते हैं कि हमारा रक्षक भी कोई है।
ईसा हमारे धर्म-पिता भी निस्संदेह ऐसे ही एक थे।
भारतीय ठीक है । (दृढ़ विश्वास के साथ) ये शक्तियाँ मनुष्य को पशु होने से बचाती हैं । प्रेम, करुणा और सहिष्णुता को दीक्षा देकर उसे सबल बनाती है और तब""तब (किंचित मुस्कराकर) दर्शन करने के लिए हमारे जैसे ... लोग हजारों मील चलकर उनके पास आते हैं।
ईसा (सस्नेह हाथ पकड़कर) भाई, अब तो तुम बड़े वाकाटु हो गए हो!