________________
२४०
उत्तरन्यर्ण
उदही सरिनामाणं सतर कोडिकोडिओ | मोहणिज्जस्स उक्कोसा अन्तोमुहुत्तं जहन्निया ।। २१ ।।
तेत्तीस सागरोवमा उक्कोसेण ठिई उ आउकम्मस्स अन्तोमुहृत्तं
वियाहिया | जहन्निया ।। २२ ।।
उदहीसरिनामां वीसई कोडिकोडियो | नामगोत्ताणं उक्कोसा अट्ठ मुहुत्ता जहन्निया ॥ २३ ॥
सिद्धान्तभागो य अणुभागा हवन्ति उ । सव्वेसु वि पएसग्गं सव्व जीवेसु इच्छियं ॥ २४ ॥
तम्हा एएसि कम्माणं अणुभागे वियाणिया । एएसि संवरे चैव खवणे य जए वुहे ॥ २५ ॥ -त्ति वैमि ॥