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जैन तीर्थयात्रादर्शक। पहुँचाता रहना चाहिए । पूछनेसे बहुत फायदा होता है। अब मैं पहिले गिरनार तरफका हाल लिखता हूं।
बढ़वानसे राजकोट जाय, रानकोट पुराना शहर है, खे० मन्दिर वस्ती बहुत है । दि० कुछ भी नहीं है, राजा सा का राज्य बाग, मनायवघर आदि देखिने योग्य हैं, म्टेशनपर ब्राह्मणों की धर्मशाला है। शहर । गीलपर है, गनकोट जानेका -) सवारी है । राजकोटमें २ स्टेशन हैं-(१) गजकोट पुग, (२) रानकोट जंकशन । यहां उतरना हो तो उनमें नहीं नो मीधा जूनागढ़ उनरे ।
(७. ) गजकोट जंकमन । इसका हाल, इयर पहिलेकी लाइनमें लिख दिया है । यहांसे १ रेलवे नामनगर जाती है ! जामनगरसे १ रेल गौमती और चटहारका तक चली गई दे । पहिले द्वारिका जानेवालोंको नामनगरसे समुद्र के गम्ने नावमें जाना पड़ता है । अब नावका रास्ता भी चलता है। टिकट III) हैं और रेल गई है । टिकट ११) लगता है । चाहे जिधरमे नावें।
(७१) जामनगर जंकसन । ___स्टेशन के पाम वैष्णव लोगोंकी ४ धर्मशाला हैं। शहरमें भी २ बड़ी धर्मशाला हैं। मगर तांगावाला 1) आना सवारीमें ले जाता है । शहर २ मील दूर है, यह मुमलमान बादशाहका है, इमकी सड़क के बाजार, गनाका महल, बड़ी रौनकदार और साफ है। यहां भी श्वेताम्बरोंकी वस्ती है । कुछ बहुत बढ़ियां और साधारण १३ श्वे. मंदिर हैं । समुद्र पासमें ही है। दि. यहां