________________
६८
जैन रत्नाकर
1
(३) रक्त वर्ग (७) पीत वर्ण ६८ खेत वर्ण ।
-
घ्राणेन्द्रिय के दो विषय – (६) सुगन्ध (१०) दुर्गन्ध 1 रसनेन्द्रिय के पांच विषय - (११) तिक रस
(१२) कटु रस
(१३) कषाय रस (१४) आम्ह रस (१५) मधुर रस ।
लर्शनेन्द्रिय के आठ विषय - (१३) शीत सर्रा (१७) उद्या
ली (१८' रूझ स्पर्रो (१६) लिच तर्रा (२०) लघु स (२१) गुरु स्पर्श (२२) मृदु स (२३) कर्कश सर्श |
(१३) तेरह बोले दश प्रकार के मिध्यात्व
(१) धर्म को अधर्म
(२) अधर्म को धर्म
(३) साघु को असाधु
(४) असाधु को साधु (२) नार्ग को कुमार्ग
(कुमार्ग को मार्ग
(७) जोष को अजीव
(८) अजीव को जीव (३) लुक को अमुक्त
(१०) अमुक्त को मुक्त
सनकने वाला मिध्यात्वी तनन्ते वला मिध्यात्वी समन्ते वाला मिथ्यात्वी सनन्दने वाला मिथ्यात्वी समन्तने वाला मिध्यात्वी समते वाला मिध्यात्वी सनन्ते चाला मिथ्यात्वी सननने वाला निय्यात्वी तमन्ते वाला मिथ्यात्वी लभन्ते वाला मिध्यात्वी