SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 354
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ रावण वध। ३१५ सातवाँ सर्ग। रावण वध। necores रामका लंका पर चढ़ाई करना । सीताके पूरे समाचार मिल गये, इससे रामलक्ष्मण, आकाशमार्गसे सुग्रीव सहित लंका जीतनेको चले । भामंडल, नल, नील, महेन्द्र, हनुमान, विराध, सुषेण, जामवान, अंगद और अन्य अनेक विद्याधर राजा अपनी फौजसे दिशाओंके मुखोंको ढकते हुए, रामके साथ चले। विद्याधर अनेक प्रकारके लड़ाईके बाजे बजाने लगे। उनके गंभीर नादसे आकाशमंडल गूंज उठा । अपने स्वामीका कार्य सिद्ध करनेके लिए, अहंकार धरते हुए, खेचर विमानों, रथों, घोड़ों और हाथियों और दूसरे वाहनों पर सवार हो कर आकाशमार्ग द्वारा चले । ___ समुद्र पर चलते हुए थोड़ी ही देरमें वे वेलंधरपुर नगरके पास पहुँचे। यह नगर वेलंधर पर्वत पर बसा हुआ है । इस नगरमें समुद्रके समान दुर्द्धर समुद्र और सेतुनामके दो राजा थे । वे उद्धता करके रामकी जो सेना आगे थी उसके साथ युद्ध करने लगे। अपने स्वामीका कार्य करनेमें चतुर नल और नीलने समुद्र और
SR No.010289
Book TitleJain Ramayana
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKrushnalal Varma
PublisherGranthbhandar Mumbai
Publication Year
Total Pages504
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size31 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy