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________________ आज मनुष्य जाति अनेक राष्ट्रो, दलों, विभिन्न राजनीतिक शिविरो व सग्राम-संघो में बंटी हुई हैरात-दिन परस्पर घृणा वैमनस्य व विरोधो का तुफान उठ रहा है कोई किसी के दृष्टिरोण को समझाने के लिये तेयार नही-उस समय केवल अनेकान्तवाद ही एक ऐसा उपाय है जो विश्व मैत्री, मानव एकता एवं परस्पर सहानुभूति को जगा सकता है दुरग्रहो से मनुष्य जाति को मुक्त कर सकता है । भगवान् महावीर भास्कर है-जिनके प्रकाश के सभी अधिकारी है। भगवान महावीर अमृत वर्षा मेघ है-जिनकी शीतल ताप हरनेवाली वर्षा पर सभी पीडितो का अधिकार है। महावीर की वाणी शान्त, गंभीर एवं वैराग्य की आभा से आलोकित है । व्यक्ति, समाज, राष्ट्र सभी स्तर पर महावीर की वाणी सारी समस्याओ का समाधान है। हमारे सामने २५००वॉ निर्वाण शताव्दी का स्वर्णावसर है, इस अवसर पर हम अपना आत्म निरिक्षण करें, अपने को उन्नत बनावें, तभी महावीर की पूजा सार्थक है । विश्व मंगल, विश्व शान्ति के लिये महावीर वाणी का अमर मन्देश पहुंचाने का दायित्व हमारे पर है, यदि हम आज की हिसा व घृणा से भारी दुनियाँ मे महा प्रभु महावीर का शुद्ध, शान्त, निर्विकार विश्व मैत्री, संयम, अपरिग्रह का सन्देश किचित्मात्र भी पहुंचा सकें तो यह शताब्दी वर्ष सार्थक होगा। WIRE MESH HEX WIRE NETTINGS YS A CRIMPED CHAINLINK MESH FENCING JAIN WIRE NETTING STORES Mig of. Wire Mesh G I Brass, Copper, Stainless Steel, Monel Metal, Wire Netting, Chaitlink & Garden Fencing Etc Factory Office 2/9, Jogendra Bysack Road, (Baranagar) 62, Netaji Subhas Road, 16, Mirpara Road, (Lillooah) Calcutta-1 Telegram . TARJALI Phone : 33-1032
SR No.010268
Book TitleJain Kathao ka Sanskrutik Adhyayan
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages179
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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