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सप्तषियों का तपतेज | ४२७ और अभयवती का पुत्र सत्यकार्तिक । सभी योग्य और पराक्रमी तथा वलवान थे।
श्रीराम की चार रानियां थीं-सीता, प्रभावती, रतिनिभा और श्रीदामा।
सती सीता श्रीराम को अति प्रिय थीं। अयोध्या में सभी का समय सुख से व्यतीत हो रहा था।
-त्रिषष्टि शलाका ७८ -~-उत्तर पुराण पर्व ६८, श्लोक ६६१-६७८
तथा ६८८-६९१