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________________ जैनकथा रत्नकोष नाग सातमो. जयसुंदरना राज्यमां अरि तो एकरथना चक्रपरज ने, तथा कटक तो बाहुना नूषणमांज अने युद्ध तो मनलोकोनी रंगनूमिमांज , तेम मार एवो शब्द तो सोगठा बाजीनी रमतमांज बोलाय , अने बंधन तो स्त्रीयोना केशपाशमांज . अर्थात् ते पूर्वोक्त सर्ववस्तु ते कहेले ठेकाणे , परंतु कनकध्वज राजाना राज्यमां नथी. हवे तेवा उत्तम राज्यनो अधिपति कनकध्वज राजा, एकदिवस प्रातः कालमां शय्यामाथी सूतो नग्यो. त्यां तो प्रतिदिन सवारमां जगा डवा यावता एवा मंगलपाठको भावी स्तुति करवा लाग्या के, हे स्वामि न ! आपना समस्तनूममलमा प्रसरेला प्रतापने जोश्ने हाल सूर्य जे डे, ते लजा पामी उदयगिरिमाज बुपी रहेलो . आम कहेवाथी ते मंगलपा ठकोयें कनकध्वज राजाना प्रतापनी प्रशंसा पण करी, तथा अरुणोदय थयो ने माटे जायत थान. एवी विनति पण करी. ते सांजली शय्यामां बेठेला ते कनकध्वज राजायें विचार कस्यो के अहो, मंगलपाठको कहे , के घाखी पृथ्वीमांतमारो प्रताप प्रसस्यो , ते आ केटली पृथ्वी , तथा तेमां केटली मारे वश में, अने कये कये ठेकाणे मारो प्रताप प्रसस्यो ? तेनी तो मने खबरज नथी, माटे ते सर्वनी तो जो ढुं दिग्यात्रा करवा जा गं, तो मालम पडे. माटे हाल मारे दिग्यात्रा करवाज जावं ? एम निश्चय करी पागे विचार कस्यो के हा, हुँदिग्यात्रा करवा तो जावं, परंतु तेमां मारे पांच कार्य तो अवश्य करवां. तेमां प्रथम शुं करवू ? तोके जे को काणे पूर्वपुरुषोये करावेला तीर्थकर नगवाननां प्रासादो होय ते प्रासादने, तथा वली जे ठेकाणें तीर्थकरोनां जन्म, दीदा, झान अने निर्वाण थयां होय, ते नूमिनेविषे बनावेलां प्रासादोमा बिराजेला जे जिन नगवान होय, तेने मारे वांदवा. तथा बीजुं गुं करवू ? तो के पूर्व माहापुरुषोयें करा वेलां अने हालमा जीर्ण थऽ गयेला एवा जे कोई प्रासादो होय, तेमनो वहार करवो. त्रीजुं झुं करवू? तो के जे जे स्थलें जिनमतना प्रत्यनीकजनो होय, त्यां जई ते जनोनो शास्त्रानुसारें परानव करवो. चोथु झुं करवू ? तो के जे जैनसाधु होय, तथा ते साधुग्ने माननारा होय, तेवा जनोने दान देवां. अने पांचमुं शुं करवु ? तो के जे दीनजन होय तेने पण दान द तेनो उवथी मार करवो. या प्रकारे विचार करीने ते सर्व विचार
SR No.010252
Book TitleJain Katha Ratna Kosh Part 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhimsinh Manek Shravak Mumbai
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1892
Total Pages517
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size66 MB
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