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________________ ३१२ जैनकथा रत्नकोष नाग सातमो. जलथी गुदानुं तथा पग वगेरे अपवित्र अंगनुं प्रक्षालन करो बो ? माटे जुन. तमें जेने देव मानो बो, तेनी साथै विरु६ व्यवहार करनारा नथी ? ना बोज. कदाचित् तमें एम कहेशो के जल , ते विश्वनुं जीवन जे, कारण के ते जल विना विश्व जीवीज शकतुं नथी माटे ते जगतनो नपकार करे , तेथी तेने देव मानियें यें ? त्यारे टुं कहुँ , के जो तेवा हिसाबधीज जलने देव मानीयें, तो कुंजारने पण देव मानवो जो थे, कारण के ते पण जगउपकारी कुंन प्रमुख कार्य करे . वली पण तमें कहो बो के बोकडाना अने गायना मूत्रने घरमां बांट्या विना अमारा घरमांथी मृतक सूतक जातुं नथी. अने जलविना देहमांथी सूतक जातुं नथी ? तो तमारा घरने तथा देहने पवित्र करनारुं पूर्वोक्त बोकडा, मूत्र, तथा जल दोवाथी ते पण तमारा देव ठस्या ? वली हे नाइ ! विचार करो, के तमारा मतमां पण सर्वत्र जल अने अग्मिने जगतना सुख माटे विधातायें कुंभारादिकोनी पेठे नत्पन्न करेला बे. माटें तमारा मतथी पण जलनुं अने अग्निनु नपकारीपणुं सिम थाय . परंतु तेथी देव पणुं सिम थातुं नथी. माटे जलमां अने अग्निमां तथा बोकडाना मू त्रमांजे देवपणानी कल्पना करवी, ते अयोग्यज ले. वली पण विचार करी जुन, के कोइ माणस, कोइएकने इष्ट देव मानी अने तेनी पासें पोताना शरीरनी सेवा तथा गृहकार्य करावे,तो ते कर्म करावनार माणास दोषवान् न थाय गुं? ना थायज. तेम तमें जलने अने अग्मिने इष्टदेव मानी जलथी गुदप्रक्षालन प्रमुख, तथा अग्निथी रसोइ वगेरे कार्य करावो बो, तेथी तमो गुं दोषवान् न था?ना थाज.अने वली एम करवाथी जलनुं अने अग्निनु देवपणुं रहे गुं? ना नज रहे. अने तमारूं सेवकपणुं पण रहे ? ना नज रहे. माटे ते देवत्वरहितने तमे देव मानो बो, ते तमारी महोटी नूल ले ? अर्थात् घणादोषवाला अग्निने अने जलने देव मानी तमो दूषित कहेता नथी अने देव मानो बो,अने आ बिचारा मारा मार्जारने जरा खंमित कर्णपणाना दोषथी दूषित कहो बो, तो ते तमारी केवी अज्ञानता के ? तेमज वली गंगा अने गौरी तेने विषे आसक्त एवा शिवजीने तमो निर्दोष देव कहो बो, अने आ बिचारा मिंदडानो एक माबो कान उंदरना करडवाथी जरा खंमित थ गयेलो , तो तेने तमें दूषित कहो बो, ए पण तमाऊं केवु मौर्य ?
SR No.010252
Book TitleJain Katha Ratna Kosh Part 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhimsinh Manek Shravak Mumbai
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1892
Total Pages517
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size66 MB
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