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________________ पृथ्वीचंद ने गुणसागरनुं चरित्र. १ न्य विद्याधर तेनुं सर्व वृत्तांत जाली पोताना महोटा नाइ शशिवेगें घणो सम जाव्यो, तो पण तीव्रवैराग्यने वश थइने पोताना मामा सुवेग विद्याधर पासें । मुक्तिमार्गरूप चारित्रने अंगीकार कयुं पढी संपूर्ण पोताना या माने कृतार्थ माननार ने सुख समुड्ने जोगवनार, सम्यक्त्ववान् एवो ते रत्नशिख राजा सर्वत्र जिन चैत्योनुं वंदन करे बे ने सर्व साधुउने नमन करे बे. साधर्मिक नाइयोने संतोष पमाडे बे, दीनजनोनो नार करे बे, पोताना संताननी पेठें प्रजानुं पालन करे बे. श्रीमन गृहमां, जिन प्रतिमास्थापनमां, जिनमंदिर कराववामां, श्रीजिननी स्नात्र पूजा मां, दिनार्चनविधिम, चतुर्विधसंघपूजादिकमां, श्रीजैनशास्त्र लेखनमां, तीर्थयात्रादिकमां, घक धन खरचीने सम्यक्कने निर्मल करे बे. एम अनेक लाख वर्षो ते रत्नशिख राजायें निर्गमन कस्वां, वे एकदिवस, सांकेतपुरना नद्यानने विषे सुयशनामा तीर्थकर सम वसखा, ते वात रत्नशिख राजाय जाली, महोटा ग्रामंबरें त्यां जइ, ती करने यथायोग्य प्रणाम करीने हर्षथी तेमनी स्तुति करवा लाग्यो ॥ यथा ॥ जय भुवनत्रयवत्सल, बलजलधरपवन वनजसमनयन ॥ नयनव जनमतवर्द्धन, धनतृणसुखडुःखसमहृदय ॥ १ ॥ अर्थः- हे त्रण जुवनना वत्सल ! बल कपटरूप जे मेघ, तेने विषे हे पवनसमान ! हे कमलसमान नयन वाला ! हे नवनययुक्त जिनमतने वृद्धि करनार ! धन, तृण, सुख, दुःख, तेमां समान वे हृदय जेनुं एवा हे तीर्थंकर ! तमो उत्कृष्टपणाथी जय पामो ॥ १ ॥ या प्रकारें तीर्थंकर भगवाननी स्तुति करीने तिथी निर्भर एवो ते रत्नशिखराजा, तेमने नमस्कार करीने तदनुयायी जे मुनिवृंद दतुं तेने पण वंदन करतो हवो पक्षी पोतानें घटे तेवा आसन पर बेशी मस्तक पर वे हाथ लगाडी एटले वे हाथ जोडी श्रीतीर्थंकरनी देशना सांजलवा लाग्यो. भगवानें पण मेघना सरखी गंजीर वाणीयें करी धर्मनी देशना देवानो प्रारंभ कस्यो. ते जेम के:- हे नव्य जनो ! अपार एवा संसारने विषे फरता ने कर्मवश थयेला प्राणीयो नीच अने उंच स्थनकोने विषे उत्पन्न याय बे. ते एवीरीतें केः - क्यारेंक नरकमां, क्यारेक स्वर्ग लोकमां, क्यारेंक मनुष्य पणामां, क्यारेक तिर्यच प यामां उत्पन्न याय बे. वली पृथिवी, यप्, अग्नि, वायु, तेने विषे, वनने , २४
SR No.010252
Book TitleJain Katha Ratna Kosh Part 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhimsinh Manek Shravak Mumbai
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1892
Total Pages517
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size66 MB
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