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________________ ३६४ जैनकथा रत्नकोष नाग चोथो. जूवो केवी ले के केटलाएक तो पारकी वस्तु न लेवी एवो नियम धारण करीने पण वली कुमार्गे दोडे ने अने केटलाएक एना जेवा उत्तम पुरुष प्रकृतियें नक होवाथी नियम लीधा विना सहेजें पण पारकी वस्तु लेता नथी. यतः ॥ वायस साण खराइ, निवारिया विदुहवंति असुइ रु॥हं स करि सिंह पमुहा, नकया विपणुनिया विपुणो ॥ १ ॥ नावार्थः-काग डा, भान, गर्दनादिक जे जे ते वाया थका पण अशुचिमाहेज आसक्त होय जे अने हंस हाथी तथा सिंह प्रमुख जे जे ते, कोयवारें प्रेस्या थका पण अशुचिमांहे आसक्त थाता नथी ॥ १ ॥ हवे राजायें परीक्षा करी धनदना हाथनी शुदि जाणी धनदना विश्वा सनो निश्चय करयो नेवार पनी जेम कोइने राज्यपदें स्थापियें तेनी पेठे धनदने नंमारीपर्दै कोइक अपूर्वनी पेठे थापवाने अर्थे राजा बहुमान स हित धनदने कतो हवो के, हे धनद ! जेम कणेकरीने कोठार जरीयें तेम तुं महारो नंमार अमूल्य रत्नेकरीने नस्य. सार सार रत्न लश्ने नQ नवू जे माणिक्य आवे तेमांथी दशमा अंश जेटलां रत्न तुं राखजे एम क हीने राजायें तेने नंमारी पद पसाय कयुं. अहो जून न्यायमार्ग- फल !! स्वर्ग ले तेथकी शुन निसर्गनुं सुख स्वानाविक सुधारसना सहोदर जे जे. जेनां श्हां पण एवां महोटां फल तो परनवनेविषे होय तेमां कहेवूज !! .. हवे धनद राजानो मारी थइने तेणें रत्नना आगारनी पेठे परवी पर खीने अनुक्रमें राजानो नंमार समुनी पेठे अनेक अनेक अपूर्व एवां कोडो गमें रत्नादिकेंकरीने नखो. अने पोते पण दशमा अंशनां माणिक्यने ग्रहण करतो थको कोटीगमें मणिनो मालेक थयो रत्न कोटीश्वर थयो, यतः ॥ जाय ते जलदद्वंदवृष्टिनिः शाखिनां सफलता शनैः शनैः ॥ तुष्यतां वितिनृतां तु ह टिनि । स्तत्दणादपि फलोदयोमहान ॥ जावार्थ:-जेम मेघना समूहनी दृष्टि येंकरी दलवें हलवें वृदोनी सफलता थाय तेम वली राजानी दयायु क्तदृष्टियेंकरी तत्काल मोहोटो फलनो उदय थायजे. एकदा ते धनद पूर्वपुण्यना नदयथकी गुरुनी पासें गयो. गुरु केवा डे के संबंधविना बांध व ने नवसमुश्मां बूडताने बांधवादिक राखवा असमर्थ ने पण गुरु समर्थ जाणवा. ते गुरु बोल्या हे नइ ! मंगलिकने अर्थे अतिशय जयंकर एवा चिं तारूप समुश्माहे पडे थके पण धर्म करवो. यतः ॥ व्याकुलेनापि मनसा
SR No.010249
Book TitleJain Katha Ratna Kosh Part 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhimsinh Manek Shravak Mumbai
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1891
Total Pages477
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size63 MB
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