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इस प्रकाशन के प्र ेरक
ला० डिप्टीमल जी जैन
का संक्षिप्त परिचय
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अहिंसा, सच्चाई, ईमानदारी, कर्मठता, समाज सेवा तथा देश सेवा की जीवंत मूर्ति लाo डिप्टी मल जैन का जन्म 16 नवम्बर सन् 1894 को दिल्ली में हुआ । सन् 1917 में सेंट् स्टीफन्स कालेज से बी.ए. की डिग्री प्राप्त करने के पश्चात् ग्रापने लाहौर में एल. एल. बी. में प्रवेश प्राप्त किया। सन् 1919 में अमृतसर में जलियांवाला बाग हत्या काण्ड से प्रभावित होकर भ्रापने एल. एल. बी. परीक्षा का बहिष्कार किया । मेधावी छात्र होने कारण आप प्राइमरी से बी. ए. तक निरंतर सरकारी छात्रवृत्ति प्राप्त करते रहे ।
बाल्यकाल से ही समाज सेवा की ओर आपकी विशेष रुचि रही है | सन् 1913 में, अपने विद्यार्थी काल में ही, आपने हिंदू युवक समा का संगठन किया जिसके अंतर्गत एक पुस्तकालय व कमज़ोर बच्चों की निःशुल्क शिक्षा का समुचित प्रबन्ध किया । तदुपरांत सेठ केदारनाथ गोयनका के सहयोग से दिल्ली में सर्वप्रथम सार्वजनिक मारवाड़ी पुस्तकालय और वाचनालय की नींव डाली । सन् 1917 में पहली
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