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७० भगवान महावीर की सूक्तियाँ
२३६
श्रन्ने हरंति तं वित्तं कम्मी कम्मेहि किच्चतो
२३७
कामे काही कमिय खु दूक्ख
२३८
जे ममाइत्र मई जहाइ से जहाइ ममाइ
२३ε
से हु दिठ्ठभर मुणी जस्स नत्थि ममाइग्र
२४०
तिविहे परिग्गहे पण्णत्ते त जहा कम्म परिग्गहे, सरीर परिग्गहे, बाहिर भंडमत्त
परिग्गहे,
२४१
लोहस्सेस अगुफ्फासो मन्ने अन्नयरामवि