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१७८ भगवान महायीर की सूक्तिया
५४२ अप्पानई वेयरणी अप्पा मे कूड़ सामली अप्पा काम दुहा घेणू अप्पामे नन्दरण वणं
५४३ अप्पाकत्ताविकत्ताय दुहाणय मुहाणय अप्पामित्तममित्त च दुपछिअ सुपठ्ठियो
५४४ अप्पा चेव दमेयव्वो अप्पाहु खलु दुद्दमो अप्पा दन्तो सुहो होइ अस्सि लोए परत्थय
५४५ अप्पाण मेव जुज्झाहि कि ते जुज्झेण बज्झो
५४६
अप्पाणं जइत्ता सुह मेहए
५४७ सव्व अप्पे जिए जिय