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समभाव
२६७
जहा पुण्णस्स कत्थइ तहा तुच्छस्स कत्थइ जहा तुच्छस्स कत्थई तहा पुण्णस्स कत्थइ
२६८
उवहेएणं बहिया य लोग से सव्वलोगम्मि जे केइ विष्णू
२६६
जीविय नाभि कखिज्जा मरणंनोवि पत्थए दुहन विन सज्जेज्जा जीविए मरणे तहा
३००
गथेहि विवित्तहि आउकालस्स पारए
३०१
इदिएहि गिलायंतो समिय आहरे मुरणी तहा वि से ग्रगरहे अचले जे समाहिए