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दूर करने के लिए या रक्त को सभी अवयवो मे सचारित करने के लिए जिन तैल आदि द्रव्यो का शरीर पर मर्दन किया जाता है, उन की मर्यादा करना ।
५ उद्वर्तनविधिप्रमाण - शरीर पर लगे हुए तैल की चिकनाहट को दूर करने के लिए तथा शरीर मे स्फूर्ति, शक्ति लाने के लिए जो उबटन लगाया जाता है, उस की मर्यादा
करना ।
६ मञ्जनविधिप्रमाण - स्नान के लिए जल तथा स्नान की सख्या का परिमाण करना ।
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७. वस्त्रविधिप्रमाण- पहनने ओढने आदि के लिए वस्त्रो की मर्यादा करना ।
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विलेपनविधिप्रमाण - चन्दन, केसर आदि सुगन्धित तथा शोभोत्पादक पदार्थों की मर्यादा करना ।
९ पुष्पविधिप्रमाण - फूल तथा फूलमाला आदि का परिमाण करना । मै अमुक वृक्ष के इतने फूलो के सिवाय दूसरे फूलो को तथा वे भी अधिक मात्रा में प्रयुक्त नही करूंगा, ऐसा विकल्पपूर्वक पुष्पसम्बन्धी परिमाण निश्चित करना ।
१० आभरणविधिप्रमाण- शरीर पर धारण किए जाने वाले आभूषणो की मर्यादा करना कि इतने मूल्य या भार के अमुक आभूषण के सिवाय शेप आभूषण शरीर पर धारण, नही करूंगा ।
११ धूपविधिप्रमाण - वस्त्र और शरीर को सुगन्धित करने के लिए या वायु-शुद्धि के लिए धूप देने योग्य धूप आदि पदार्थों की मर्यादा करना ।
१२ पेयविधिप्रमाण - जो पीया जाता है, उसे पेय कहते