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286 : अपश्चिम तीर्थकर महावीर, भाग-द्वितीय अनुत्तर ज्ञानचर्या का चतुर्थ वर्ष
संदर्भ भगवान् महावीर एक अनुशीलन, आ. श्री देवेन्द्र मुनि जी, प्रका. श्री तारक गुरू जैन ग्रन्थालय, उदयपुर, सन् 1974, पृ. 439-421 श्री भगवती अवचूरि, श्री देवचंदलाल भाई, प्र.सं. 1974, पत्रांक 761 क वही, श्री भगवती अवचूरि पृष्ठ 761 ख भगवतीसूत्र, अभयदेववृत्ति, प्रथमोविभाग, पत्रांक 4991 क भगवती, अभयदेवसूरि, प्रथम विभाग, वही, पत्रांक 4991 ख प्रवचन सारोद्धार, भाग-2, ले नेमिचंदसूरि, श्रीमती हरकोरचतुर्भुज, पालीतणा,
सन् 1922, पत्रांक-437-38, द्वार 1541 ग जीवसमास प्रकरण, मल्लधारी हेमचन्द्रसूरि, आगमोदय समिति, सन्-1927,
पत्रांक 94-1091 5. क. वही, पत्रांक 202-051 ख श्री अनुयोगद्वाराणि, मल्लधारी हेमचन्द्र सूरि, प्रका. आगमोदय समिति,
बम्बई,सन् 1924,पत्रांक 160-631 जैन कथामाला, युवा श्री मधुकर मुनि, भाग-13, द्वि.सं. 1988, पृ. 341 7. क उपदेश माला, सटीक, गाथा 20, पत्र 2561
ख भरतेश्वर बाहुबली वृत्ति, भाग-1, पत्र 1071
ग. त्रिषष्टिश्लाकापुरूषचारित्र, वही, पृ.3181 8. शालिभद्रचारित्र, आ.श्री जवाहर, वही, पृ. 1401 9. धन्यशालिभद्र महाकाव्यम्, वही, सर्ग 4, पत्रांक 55-561 -10. शालिभद्र चारित्र, आ. श्री जवाहर, वही, पृ. 201 11. त्रिषष्टिश्लाकापुरूषचारित्र, वही, सर्ग 10, पृ. 2191 12. शालिभद्रचारित्र, वही, पृ. 2101 13. त्रिषष्टिश्लाकापुरूषचारित्र, वही, पृ 2201
क. त्रिषष्टिश्लाकापुरूषचारित्र, वही, पृ. 2201 ख शालिभद्रचारित्र, वही, पृ. 2441 क. त्रिषष्टिश्लाकापुरूषचारित्र, वही, पृ. 2201
ख धन्यशालिभद्र महाकाव्य,सर्ग-41 16. जैन कथाएँ, भाग-1, पृ.741
17. वही, पृ. 1351 ... 18 त्रिषष्टिश्लाकापुरूषचारित्र, वही, पृ. 2221