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अपश्चिम तीर्थंकर महावीर, भाग-द्वितीय : 187
गाडियाँ माल आदि ढोने मे प्रयुक्त है, उनके अतिरिक्त मै समस्त गाडियो के परिग्रह का त्याग करता हूँ।
तदनन्तर उसने वाहन - विधि जहाजो का परिमाण किया ।
चार वाहन दिग्यात्रा के लिए, चार वाहन (जहाज) माल ढोने के लिए उनके अतिरिक्त सभी वाहनो का त्याग किया ।
उपभोग-परिभोग-परिमाण करते हुए आनन्दजी ने कहा
उल्लणिया-विधि-सुगधित लाल, एक प्रकार के तौलिये, के अतिरिक्त सभी तौलियो का त्याग करता हूँ ।
दतण-विधि - हरी मुलहठी के अतिरिक्त सभी प्रकार के दतौन का त्याग करता हूँ।
फल-विधि vi- दूधिया ऑवले के अतिरिक्त अवशेष फल विधि का परित्याग करता हॅू। अभ्भगन-विधि - शतपाक एव सहस्रपाक तेलो के अतिरिक्त सभी अभ्यगन (मालिश के तेलों) का परित्याग करता हूँ। उबटन - विधि - मैं एकमात्र सुगधित गधाटक (गेहूं के आटे के साथ कतिपय सौगन्धिक पदार्थों के उबटनों) का परित्याग करता हूँ। स्नान-विधि-पानी के आठ ओष्ट्रिक, जिनका मुँह ऊँट की तरह सॅकडा, गर्दन लम्बी और आकार बड़ा हो, ऐसे घडे के अतिरिक्त स्नानार्थ जल का परित्याग करता हूँ।
वस्त्र-विधि-दो सूती वस्त्रो के सिवाय सबका त्याग करता हूँ। विलेपन - विधि- अगरु, कुमकुम और चन्दन के अतिरिक्त सभी विलेपन द्रव्यों का परित्याग करता हूँ।
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पुष्प - विधि - श्वेत कमल और मालती कुसुम की माला के अतिरिक्त सभी प्रकार के पुष्पो का परित्याग करता हूँ।
10 आभरण - विधि - सोने के कुण्डल और अंगूठी के अतिरिक्त सभी प्रकार के आभरणो का त्याग करता हूँ ।
11 धूप - विधि - अगर, लोबानादि धूप के अतिरिक्त सभी प्रकार के धूप का परित्याग करता हूँ।
12 पेज्ज - विधि - मूंग के रस अथवा घी में तले हुए चावलो से बने एक विशेष प्रकार के पेय के अतिरिक्त सभी पेय पदार्थों का परित्याग करता हूँ।
13 भक्ष्य - विधि - घृतपूर्ण घेवर और खाजे के अतिरिक्त सभी पकवानो का