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अपश्चिम तीर्थकर महावीर, भाग-द्वितीय : 137 21 चिचापाणग - इमली का पानी ।
जैन सिद्धान्त बोल सग्रह, भाग-7 xxVII जम्बूद्वीप, भरतक्षेत्र की भूतकालीन चौबीसी
1 श्री केवलज्ञानीजी 2 श्री निर्वाणजी 3 श्री सागरजी 4 श्री महायशजी 5 श्री विमलप्रभजी 6 श्री सर्वानुभूतिजी 7 श्री श्रीधरजी 8 श्री श्रीदत्तजी 9 श्री दामोदरजी 10 श्री सुतेजजी 11 श्री स्वामीनाथजी 12 श्री मुनिसुव्रतजी 13 श्री समितिजिनजी 14 श्री शिवगतिजी 15 श्री अस्तागजी 16 श्री नमीश्वरजी 17 श्री अनिलनाथजी 18 श्री अस्तागजी 19 श्री कृताधजी20 श्री जिनेश्वरजी 21 श्री शुद्धमतिजी 22 श्री शिवशकरजी ____ 23 श्री स्यन्ननाथजी 24 श्री सम्प्रतिजी
प्रवचनसारोद्वार, पत्राक 80 XXIX जम्बूद्वीप, ऐरावत क्षेत्र के 72 तीर्थंकरों के नाम
भूतकाल की चौबीसी वर्तमानकाल की चौवीसी भविष्यकाल की चौवीसी 1 श्री पचरूपजी 1 श्री चन्द्राननजी 1 श्री सुमगलजी 2 श्री जिनधरजी 2 श्री सुचन्द्रजी 2 श्री सिद्धार्थजी 3 श्री सम्प्रतकजी 3 श्री अग्निसेनजी 3 श्री निर्वाणजी 4 श्री उरमतजी 4 श्री नन्दसेनजी 4 श्री महाशयजी 5 श्री आदिछायजी 5 श्री ऋषिदत्तजी श्री धर्मध्वजजी 6 श्री अभिनदजी 6 श्री व्रतधारीजी 6 श्रीचन्द्रजी 7 श्री रत्ससेनजी 7 श्री सोमचन्द्रजी 7 श्री पुष्पकेतुजी 8 श्री रामेश्वरजी 8 श्री युक्तिसेनजी 8 श्री पुष्पकेतुजी 9 श्री रगोजीतजी 9 श्री अजितसेनजी 9 श्री श्रुतसागरजी 10 श्री विनपासजी ___10 श्री शिवसेनजी 10 श्री सिद्धार्थजी 11 श्री आरोवसजी ___ 11 श्री देवसेनजी 11 श्री पुप्पाघोपजी 12 श्री शुभध्यानजी 12 श्री निक्षिप्तशस्त्रजी 12. श्री महाघोपजी 13 श्री विप्रदत्तजी 13 श्री असज्जलजी 13 श्री सत्यसेनजी 14 श्री कुगरजी 14 श्री अनन्तकजी 14 श्री शूरसेनजी
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