________________ YE जेन पूजा पाठ सप्रह भिन्धि 2 / सर्वगलमारि छिन्धि 2 भिन्धि 2 / सर्वपत्रमारि छिन्धि 2 भिन्धि 2 / सर्वपुप्पमारि छिन्धि 2 भिन्धि 2 सर्वफलमारि छिन्धि 2 भिन्धि 2 / सर्वराष्ट्रमारि छिन्धि : भिन्धि 2 / सर्वदेशमारि सिवि 2 भिन्धि 2 / सर्वविषमारि छिन्धि 2 भिन्धि 2 / वेतालगाकिनोभय छिन्धि 2 भिन्धि 2 सर्ववेदनीय छिन्धि 2 भिन्धि 2 / सर्वमोहनीय छिन्धि 2 भिन्वि 2 सर्वकर्माष्टक छिन्धि 2 भिन्धि 2 / ___ॐ सुदर्शन महाराज चक्र विक्रम तेजोवल गौर्यवोर्य जान्ति कुरुकुरु / सर्वजनानन्दन कुरुकुरु / सर्वभव्यानन्दन कुरुकुरु / सर्व गोकुलानन्दन कुरकुरु / सर्वग्राम नगरखेट कर्वटमट वपत्तनद्रोण मुर सवाहानन्दन कुरुकुरु / सर्वलोकानन्दन कुस्कुरु। सर्वदेगानन्दन कुकुरु सर्वजयमानानन्दन कुरुकुरु / सर्वदु ल हन हन, दह दह, पच कुट कुट, शीघ्र शीघ्र / यत्सुख त्रिषुलोकेषु व्याधिव्यसनजित / अभय क्षेममारोग्य स्वतिरस्तुविधीयते // शिवमस्तु। कुलगोत्रधन धान्य सदास्तु / चन्द्रप्रभु वासुपूज्य मल्लिवर्द्धमान पुष्पदन्तशोतल मुनिसुव्रत नेमिनाथ पार्श्वनाथ इत्येभ्यो नमः // इत्यनेन मन्त्रेण नवग्रहार्थ गन्दोध धारा वर्षणम् // अष्टाहिका व्रत जाप समुच्चय - ॐ ह्री प्री नन्दोश्वर द्वोपस्यद्रापचाशज्जिन चैत्यालयेभ्यो नम / / (5) ॐ ह्री श्री नन्दीश्वर सज्ञाय नम (2) ॐ ह्री श्री नष्टमहादिभूति सज्ञाय नम (3) ॐ ह्री श्री त्रिलोकसार सज्ञाय नम (4) ॐ ह्रो शी चतुर्मुख सज्ञाय नम (5) ॐ ह्री श्री स्वर्गसोपान सज्ञाय नम (6) ॐ हो श्री सिद्धचक सज्ञाय नम (7) ॐ ह्री श्री पञ्चमहालक्षण सज्ञाय नम (5) ॐ ह्री प्रो इन्द्रध्वज सज्ञाय नम