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मदरास व मैमूर प्रान्त ।
[१६५ स्वामीकी मूर्ति ६७ फुट ऊंची, जिसकी गंग राजाके मंत्री चामुंडरायने सन् ९८३में प्रतिष्ठा कराई थी, बहुत ही प्रभावकारक और आश्चर्यकारी है। ऐसे मानस्तम्भ मिश्रके बाहर कहीं नहीं हैं तथा ऐसी कोई मूर्ति मिश्रमें नहीं है जो इससे बढ़कर ऊंची हो ।
These temples Fergusson considers bear a striking resemblance to ternples of southern Babylonia. In front a Manasth ambha 30 to 50 ft high. Gonat statue 57 ft high erected in 983 by Chamundrai, Ministr of Cing King, nothing grander or more impressing siys Fergusson, crists anywhere out of Egypt and even there is no known statue exceeds it in height.
शाकाहारी जातिय मैसूरमें लिंगायत ६७१००० हैं तथा वोक्कलिग लोग १२८७००० हैं। ये सब बहुतसे शाकाहारी हैं।
ire mostly Vegetarians.
माद जाति-जो वोकलिगकी एक शाखा है, उत्तर पश्चिममें बहत हैं। इनमें जन और लिंगायत दोनों हैं। पहले ये सब जैनधी थे। ये सब खेती तथा व्यापार करते हैं।
वनजिग-जातिवाले व्यापारी हैं। इनकी तीन शाखाएं हैं। पंचम, तेलगु और जैन वनजिग। ये परम्पर न खाते हैं न व्याह शादी करते हैं।
मेमरके प्राचीन ऐतिहासिक विभाग
(१) अष्टग्राम-कावेरी नदीके दोनों तटोंका देश अंगापट्टमके पास इसे होसालराजा विष्णुवईनने रामानुजाचार्यके भेट कर दिया था।
(२)बनवासी-१२०००-वर्तमान शिमोगा जिला । यह दठी शताब्दीमें चालुक्योंके आधीन आगया । इन्होंने अपनी राज्यघानी चल्लिगवे (वेलगामी ता० शिकारपुर) में रक्खी । यह मैसूर राज्यके