________________ / 176 ) उत्तर-(१) जो देश के आश्रय रहते हो, (2) देश के विशेष हो, (3) स्वय निविशेष हो, (4) सब के सब उन्ही प्रदेशो मे इकट्ठे रहते हो, (5) कथाचित् परिणमनशील हो, उन्हे गुण कहते है ? (38, 103) प्रश्न ३५–गुणो के जानने से क्या लाभ है। उत्तर-इनके द्वारा प्रत्येक वस्तु भिन्न-भिन्न हाथ पर रक्खी हुई की तरह दृष्टिगत हो जाती है जिससे भेद विज्ञान की सिद्धि होती है और पर मे कर्तृत्व बुद्धि का भ्रम मिट जाता है। (204) प्रश्न ३६–एक द्रव्य मे कितने गुण होते है ? उत्तर-प्रत्येक द्रव्य मे अनन्त गुण होते है। (52) प्रश्न ३७-गुणों के नामान्तर बताओ? उत्तर---गुण, शक्ति, लक्षण, विशेप, धर्म, रूप, स्वभाव, ध्रुव, प्रकृति, शील, आकृति, अर्थ, अन्वयी सहभू, ध्रुव, नित्य, अवस्थित, टकोत्कीर्ण, त्रिकाल एक रूप / (48, 138, 476) प्रश्न ३८-गुणो को सहभू क्यो कहते हैं ? उत्तर-क्योकि वे सब मिलकर साथ-साथ रहते हैं। पर्यायो की तरह क्रम से नहीं होते। प्रश्न ३६-गण को अन्वयी क्यो कहते है ? उत्तर-क्योकि सब गुणो का अन्वय द्रव्य एक है, सब मिलकर इकट्ठे रहते हैं तथा सब अनेक होकर भी अपने को एक रूप से प्रगट कर देते है। (144-153 से 156) प्रश्न ४०-गुण को अर्थ क्यो कहते हैं ? ___ उत्तर-क्योकि वे स्वतः सिद्ध परिणामी है। उत्पाद व्यय ध्रौव्य ‘युक्त है। (158, 159) प्रश्न ४१-गुण के भेद लक्षण सहित बतागो ?. उत्तर-दो, साधारण असाधारण अर्थात् सामान्य विशेष / जो छहो द्रव्यो मे पाये जावे उन्हे सामान्य गुण कहते हैं जैसे अस्तित्व,