________________ ( 204 ) उत्तर-मुहस्प आहार वर्गणा मे से अनन्तरपूर्व क्षणवर्ती पर्याय ना नम्बर क्षणिक उपादान कारण का अभाव करके उस समय पर्याय की योग्यता क्षणिक उपादान कारण से मुंह खुला है आत्मा के ज्ञान से नही खुला है तो कारणानुविधायीनि कार्याणि को माना / और आत्मा के ज्ञान के कारण मुंह खुला है तो कारणानुविधायोनि कार्याणि को नहीं माना। _____C. प्रश्न २१-आत्मा का ज्ञान कारण और राग कार्य / कारणानु'विधायोनि कार्याणि को कव माना और कब नहीं माना ? उत्तर-आत्मा के चारित्रगुण मे से अनन्तरपूर्व क्षणवर्ती पर्याय नौ नम्बर क्षणिक उपादान कारण का अभाव करके उस समय पर्याय की योग्यता क्षणिक उपादान कारण से राग हुआ है, आत्मा के ज्ञान के कारण राग नही हुआ है तो कारणानुविधायीनि कार्याणि को माना / और आत्मा के ज्ञान के कारण राग हुआ है तो कारणानुविधायीनि कार्याणि को नही माना। D. प्रश्न २१-राग कारण और ज्ञान कार्य कारणानुविधायीनि कार्याणि को कब माना और कब नहीं माना? उत्तर-आत्मा के ज्ञानगुण मे से अनन्तरपूर्व क्षणवर्ती पर्याय नौ नम्बर क्षणिक उपादान कारण का अभाव करके उस समय पर्याय का योग्यता क्षणिक उपादान कारण से ज्ञान हा है राग के कारण ज्ञान नही हुआ है तो कारणानुविधायिनी कार्याणि को माना। और राग के कारण ज्ञान हुआ है तो कारणानुविधायीनि कार्याणि को नहीं माना। 22 A. प्रश्न २२-राग कारण और बोलना कार्य / कारणानुविधायोनि कार्याणि को कब माना और कब नहीं माना? उत्तर-भापा वर्गणा मे से अनन्तर पूर्व क्षणवर्ती पर्याय नी नम्बर