________________ ( 170 ) भाव से कर्ता बनता है। तो क्या ज्ञानी कुम्हार हो वह स्वतंत्र पर्यायो का निमित्त-नैमित्तिक भाव से फर्ता नहीं है ? उत्तर - वास्तव मे जानी तो न०१० अस्थिरता के राग का। 10 नम्बर हाथ आदि क्रिया का। 10 नम्बर पर घडा वना। उन सब का चार्ट को ध्यान से देखो त्रिकाली उपादान कम्हार काकाहार का हाय मादि / ज्ञान गुण चारित्र गुण आहारवर्गणा मिट्टी के स्कन्ध ow KWU.. January mprr rmro 595 91 G - 3D अनन्तरपूर्व क्षणवर्ती पर्याय क्षणिक उपादान कारण / 0 उस समय पर्याय की योग्यता क्षणिक उपादानकारण / अस्थिरता ! हाथ आदि / घडा (कार्य) उपादेय ज्ञान हुआ | का राग | की क्रिया | बना मात्र व्ययहार से ज्ञाता है। क्योकि ज्ञानी जानता है सब द्रव्य अपने