________________
उ०
अस्तित्व गृगग के कारण हमें पता चला उस काल में हम किसी
भी क्षेत्र में थे। प्र० ११. क्या ईश्वर जगत का कर्ता है ? 10 बिल्कुल नहीं, क्योंकि अस्तित्व गुण के कारण छहों द्रव्य स्वयं सिद्ध अनादि अनन्त है, तब ईश्वर जगत का कर्ता है यह बात पसत्य है। प्र० १२. क्या ईश्वर जगत की रक्षा करता है ? उ० बिल्कुल नहीं, क्योंकि (१) प्रत्येक वस्तु अपनी अनन्त शक्ति से स्वयं रक्षित है । (२) प्रत्येक द्रव्य में अस्तित्व गुण होने से ईश्वर जगत की रक्षा करता है यह बात अमत्य है । प्र० १३. क्या ईश्वर जगत का नाग करता है ? । उ० बिल्कुल नहीं, क्योंकि अस्तित्व गुण के कारण किसी भी द्रव्य का नाश नहीं होता तो ईश्वर जगत का नाश करता है यह वास असत्य है। प्र० १४. क्या कर्म जगत का कर्ता है ? उ० बिल्कुल नहीं, क्योंकि अस्तित्व गुण के कारण छहों द्रव्य स्वयंसिद्ध अनादि अनन्त हैं तब कर्म जगत का कर्ता हैं यह बात प्रसत्य है । प्र० १५. क्या कर्म जगत की रक्षा करता है ? उ० बिल्कुल नहीं, क्योंकि प्रत्येक वस्तु अपनी अनन्त शक्तियों से स्त्रयं रक्षित है और प्रत्येक द्रव्य में अस्तित्व गुगा होने से कर्म जमत की रक्षा करता है यह बात असत्य है। प्र० १६. क्या कर्म जगत का नाश करता है ? उ० विल्कुल नहीं, क्योंकि अस्तित्व गुण के कारण किसी भी द्रव्य