________________
( २३ ) उ० (१) अनेक वस्तु होनी चाहिएं। (२) एक देखने में आये । (३) परन्तु ज्ञान में सच्ची बात ध्यान में हो, तब बंध का सच्चा ज्ञान होता है। प्र. ८. स्पर्श क्या है ? २० पुद्गल द्रव्य का विशेष गुण है । प्र० ६. स्पर्श की कितनी पर्याय हैं ? उ० हल्का, भारी, ठण्डा, गर्म, रूखा, चिकना, कड़ा, नरम आठ हैं । प्र० १०. रस क्या है और रस की कितनी पर्याय हैं ? उ० रस पुद्गल द्रव्य का विशेष गुण है ओर खट्टा; मीठा, कड़ वा, चरपरा, कषायला रम की ५ पर्याये हैं। प्र० ११. गंध क्या है और उसकी कितनी पर्याय हैं ? उ० गंध पुद्गल द्रव्य का विशेष गुण है । इसकी सुगन्ध और दुर्गन्ध २ पर्याय हैं । प्र० १२. वर्ण क्या है और उसकी कितनी पर्याय हैं ? उ० वर्ग पुद्गल द्रव्य का विशेप गुण है और इसकी काला, पीला, नीला, लाल, सफेद ५ पर्याय हैं। प्र० १३. पुद्गल की २० पर्याय के जानने से क्या लाभ है ? उ0 अनादिकाल से अज्ञानी एक एक समय करके पुद्गल की जो बीस पर्यायें हैं इन्हें अपनी मानकर पागल हो रहा है उसके पागलपन मिटाने के लिए २० पर्यायों का मालिक पुद्गल है, जीव नहीं । अर्थात् हे प्रात्मा! तेरा इनसे किसी भी प्रकार सम्बन्ध नहीं है। ऐसा जानकर अपनी ओर दृष्टि करे तो पुद्गल की बीस पर्यायों का ज्ञान सच्चा है ।