SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 202
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ( 194 / उ. दोनों के भावों में अन्तर है द्रव्य क्षेत्र काल एक ही है / प्र० 61. कूड़े को बाहर फेंक दिया क्या वह निकम्मा है ? 30 तृ व गुण के कारण कूड़ा भी अपनी प्रयोजनभूत क्रिया करता है निकम्मा नहीं है / प्र० 62. क्या मैं चुपचाप ऐसा कार्य करू किसी को पता न चले यह ठीक है ? उ० प्रमेयत्व गुण को नहीं माना / प्र. 63. अगुरुलघुत्व गुण के कारण एक द्रव्य दूसरे द्रव्य रूप नहीं होता, वह एक द्रव्य की बात है या पृथक पृथक द्रव्यों की बात है ? उ० एक ही द्रव्य को बात है। प्र. 64. मोक्ष होने पर 'तेज में तेज मिल जाता है' इस प्रकार सब एक हो जाते है क्या यह ठीक है ? उ. अगुरुलघुत्व गुण को नहीं माना / प्र० 65. ज्ञ य-ज्ञायक संबंध कौनसा गुण बताता है ? 10 प्रमेयत्व गुण बताता है / प्र. 66. कौन सा द्रव्य अक्रिय है ? उ. कोई भी नहीं, क्योंकि प्रत्येक द्रव्य में अर्थक्रियाकारित्व होता रहता है। 50 67. ज्ञान और मतज्ञिान में क्या अन्तर है ?
SR No.010116
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages219
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy