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________________ ( १६५ ) प्र. ३६. किन २ द्रव्यों का प्राकार नहीं ह ना ? उ. ऐसा कोई भी द्रव्य नहीं है जिसका प्राकार न हो क्योंकि प्रदेशत्व गुण प्रत्येक द्रव्य का सामान्य गुण है। प्र० ३७. परमाणु पौर काल का प्रदेशत्व गुण कितना बड़ा है ? एक प्रदेशी है। प्र. ३८. . प्राकार रूपी है या प्ररूपो ? उ० पुद्गल का प्राकार रूपी हैं बाकी द्रव्यों का प्राकार प्ररूपी है । प्र० ३६. प्राकार की अपेक्षा सबसे बड़ा कौन है ? आकाश द्रव्य है। प्र० ४०. प्राकार की अपेक्षा सामान्य द्रव्य कोन २ हैं ? धर्म अधर्म जीव द्रव्य का प्रसंख्यात प्रदेशी प्राकार है। ४१. जीव का प्राकार तो छोटा बड़ा होता है वह धर्म अधर्म द्रव्य के समान कसे ? प्राकार तो एक सा हो है परन्तु नीव द्रव्य में संकोच विस्तार की शक्ति है। संकोच विस्तार होने पर भी जीव हमेशा असंख्यात प्रदेशी ही होता है । ५० ४२. प्रदेशत्व गुण और द्रव्यत्व गुण में क्या अन्तर है ? उ. . प्रदेशत्व गुण प्राकार को बताता है और द्रव्यत्व गुण निरन्तर परिणमन को बताता है।
SR No.010116
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages219
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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