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प्र० २६. (१) श्रद्ध कुरा कायम अस्तित्व गुण से है ? (२) श्रद्धागुण का प्रयोजनभूत कार्य वस्तुत्व गुग्गा से है ना ? (३) क्या श्रद्धागुण निरन्तर द्रव्यत्व गुण से बदलता है ? (४) शुभ भाव से चरित्र की शुद्धि होती है ना? (५) सब गुण ज्ञ ेय प्रमेवत्व गुण से है ना ?
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ज्ञानरण स्वयं से बदलता है उसमें द्रव्यत्व गुण निमित्त है ।
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प्र० २७. (१) आयु के शुरू होने पर सर ग्रात्मा एक होकर रहते हैं ? (२) क्या भाषा जीव बालता है ? (३) क्या सम्यग्दर्शन से सम्यग्ज्ञान होता हैं ? (४) वया पुण्य से धर्म होता है ? (५) क्या श्रुतज्ञान से केवलज्ञान होता है ? (६) क्या ग्रईसक्रीम खाने से शान्ति मिलती है ? इनमें प्रगुरुलघुत्व गुग्ग के जौन २ हिस्से लगते हों लगायो ?
(१) क्या ऋयु के शुरू होने पर शरीर आत्मा एक होकर रहते हैं ? इसमें एक द्रव्य का दूसरे द्रव्य से संबंध नहीं है इस बात को नहीं माना, लघुत्व गुण का पहला नम्बर उड़ा दिया । इसी प्रकार बाकी लगाओ ।
(१) श्रद्धा कायम अपने से है अस्तित्व गुण निमित्त है । बाकी प्रश्नों के उत्तर जब नी दो ।
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प्र० २८. अनुरुलघुत्व गुण का क्षेत्र कितना बड़ा है और क्यों ? जितना बड़ा द्रव्य का है उतना क्षेत्र प्रगुरुलघुत्व गुण का है क्योंकि गुरुलघुत्व गुण द्रव्य के सम्पूर्ण भाग में होता है ।
प्र० २६. प्रगुरूलघुत्व गुरण का काल कितना श्रोर क्यों ?