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________________ उ. ( ११२ ) (१) मनिज्ञान बानगुण का प्रयोजन भूत कार्य है। इसी प्रकार १० वाक्यों के उत्तर दो। :: १५. किसी द्रव्य का, गण का किसी भी समय प्रयोजनमत कार्म समाप्त होता है या नहीं ? उ, प्रयोजनभूत कार्य का मतलब कभी भी ममाप्त न होना है; क्योंकि कोई द्रव्य या गुण निकम्मा नहीं: जो एक सच भी प्रयोजन मल पार रहित होवे । प्र० १६. यह मेज पड़ी है इसमें प्रयोजन भूत कार्य क्या हो रहा है ? उ० यह मेज अनन्त पुद्गल परमागुलों क स्कंध है । मेज में एक र परमाणु अपने अनन्त गुणों सहित प्रपनी प्रयोजन भर क्रिया कर रहा प्र० १७. वस्तुत्व गुण क्या बताता है ? प्रत्येक द्रव्य अपना प्रयोजनमत कार्य करता ही रहता है । एक समय मात्र भी ऐसा नहीं जो अपने प्रयोजनभूत कार्ग से रहित हो जावे। प्र. १८. वस्तुत्व गुण से को जानने क्या नाम रहा ? (१) प्रत्येक द्रव्य अपना अपना प्रयोजन भूत कार्य करता ही रहता है । तब मेरा का ज्ञाता-दृष्टा है ऐसा अनुभव ज्ञान होना। (२) प्रनादि से पर में करने परने पौर भोक्ता-भोग्य बुष्टि का
SR No.010116
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages219
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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