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[ * जैन निबन्ध रत्नावली भाग २
प्रत्येक मन्दिर के देवच्छदक मे प्रत्येक दिशा मे २७-२७ जिन प्रतिमायें रत्नमय सिंहासनो पर पयंकासन से विराजमान हैं। एक मन्दिर मे १०८ प्रतिमायें है। ऋषभ, वर्द्ध मान, चन्द्रानन और वारिषेण ये उनके नाम है। अर्थात् एक दिशावर्ती २७ प्रतिमाये ऋषभ नाम की हैं इसी तरह शेप ३ दिशाओ मे स्थि २७-२७ प्रतिमाओ के वर्द्धमान आदि ३ नाम समझ लेना।
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