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प्रयुक्त शब्द फलपति रमनी
मूल शब फणपति रमणी वाणी सुलक्षणा
फनपति करत से पायें शिव रमनी पानी जिनमुन सो'
पानी
सलमना अवतरे . .
कल्याण
बीसवीं शती
कल्यान कारन दर्पन निवारन
वर्षण निवारण प्रवीण
आतम कल्यान मेटन कारन वर्पन समान. भव आताप निवारन पूजों प्रवीन
Gha
१. श्री पंचकल्याणक पूजापाठ, कमल नयन, हस्तलिखित । २. श्री सम्मेद शिखर पूजा, रामचन्द्र, संगृहीतग्रंथ-जन पूजापाठ संग्रह,
भागचन्द्र पाटनी, नं० ६२, नलिनी सेठ रोड. कलकत्ता.७, पृष्ठ १३६ । ३. श्री चन्द्रप्रभ जिनपूजा, वृन्दावन, संग्रहीतमय-ज्ञानपीठ पूजांजलि,
अयोध्याप्रसाद गोयलीय, मंत्री, भारतीय ज्ञानपीठ, दुर्गाकुण्ड रोड,
बनारस, १६५७, पृष्ठ ३३७ । ४. श्री चन्द्रप्रभ जिनपूजा, रामचन्द्र, संगृहीतग्रन्थ-राजेश नित्यपूजा पाठ
संग्रह, राजेन्द्र मैटिल बस, हरिनगर, अलीगढ १९७६, पृष्ठ ।। ५. श्री चन्द्रप्रभु पूजा, जिनेश्वरदास, संगृहीतग्रन्थ-पीनयुका पाठ
संग्रह, भागचन्द्र पाटनी, नं. ६२, नलिनी सेठ रोड, कसत्ता-७,
पृष्ठ १०२। ६. श्री आदिनाथ जिनपूजा, सेवक, सगृहीतग्रन्थ जैनपूजा पाठ संग्रह,
भामचन्द्र पाटनी, नं० ६२, नलिनी सेठ रोड, कलकत्ता-७, पृष्ठ ६५ ७. श्री भ० महावीर स्वामी पूजा, कुजिलाल. संग्रहीतग्रन्थ-नित्य नियम
विशेष पूजन सग्रह, ब्र० पतासीबाई, गया (बिहार), पृष्ठ ४५ । ८. श्री चन्द्रप्रभु पूजा, जिनेश्वरदास, संगृहीत ग्रन्थ - जैन पूजा पाठ
संग्रह. भागचन्द्र पाटनी, नं० ६२, नलिनी सेठ रोड कलकत्ता-७, पृष्ठ १००, श्री तीस चौबीसी पूजा, रविमल, संग्रहीतबन्य-जैन पूजा पाठ संग्रह, भागचन्द्र पाटनी, नं० ६२, नलिनी सेठ रोग कलकत्ता-७, पृष्ठ २४८,।