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विषय सूची १२. चैत्य-भक्ति : 'चैत्य' शब्दका प्रयोग-चैत्य और वृक्ष-१३५, चैत्य
और सदन-१३६, चैत्य और प्रतिमा-१३७, चैत्य और आत्मा-१३७, चैत्यालय और मन्दिर-१३७, जैन पुरातत्त्वमें चैत्योंका स्थान-१३८,
चैत्य-भक्ति-१३८ । ४. आराध्य देवियाँ
१४१-१८२ १. देवी पद्मावती : पद्मावतोकी रूपरेखा-१४२, पद्मावतीके पर्यायवाची
नाम-१४२, पद्मावतीके विषयमें जैन-पुरातत्त्वकी साक्षी मूर्तियां-१४३, जैन वाङ्मयमें देवी पद्मावती-१४४, देवी पद्मावतीको सिद्ध करनेवाले
मन्त्र-१४८, देवी पद्मावतीकी भक्तिसे सम्बन्धित कतिपय उद्धरण-१४९। २. देवी अम्बिका : परिचय-१५१, बाह्यरूप-१५१, अम्बिकासम्बन्धी विविध कथाओंका तुलनात्मक विवेचन-१५३, देवी अम्बिकाकी मूर्तियां
१५५, अम्बिका-भक्ति-१५८ ।। ३. देवी चक्रेश्वरी : वज्र-हस्ता-१६०, गरुड़वाहिनी-१६१, देवो चक्रेश्वरीसे
सम्बन्धित जैन-पुरातत्त्व-१६१, चक्रेश्वरोकी भक्तिमे-१६३ । ४. देवी ज्वालामालिनी : रूपरेखा-१६६, महत्ता-१६६, साहित्य-१६७,
पुरातत्त्व-१६८, भक्तिके उद्धरण-१६९ । ५. सच्चियामाता : परिचय-१६९, सच्चियाकी भक्ति-१७०, सच्चियासे
सम्बन्धित मन्दिर, शिलालेख और मूत्तियाँ-१७१।। ६. देवी सरस्वती : देवीका बाह्य रूप-१७४, सरस्वतीके पर्यायवाची-१७५,
सरस्वतीसे सम्बन्धित साहित्य-१७५, जैन पुरातत्त्वमें देवी सरस्वती
१७७, भक्तिके उद्धरण-१७८ । ७. देवी कुरुकुल्ला : कुरुकुल्लाको कथा-१७९, देवी कुरुकुल्लाकी भक्ति
१८०। ८. अन्य देवियाँ-१८२ । ५. उपास्यदेव
१८३-१६४ - १. यक्ष : यक्षोंके भेद-१८३, यक्ष-महत्ता-१८४, यक्ष-पूजा-१८५ ।
२. धरणेन्द्र-१८६ । ३. इन्द्र-१८७, इन्द्रकी पूजा-१८८ । ४. लौकान्तिक देव-१८८ । ५. सूर्य-१८९ । ६. नायगामेष-१९० । ७. ब्रह्मदेव-१९२ । ८. नागदेव : नाग-उत्सव-१९३, नागपूजाका महत्त्व१९३, नागजाति और नागदेवता१९४ । ९. भूत-१९४ ।