________________
तपश्चर्या
कमी है, यह आरोप स्वीकार कर भी मुझे कहना चाहिए, अथवा मुझे परोक्ष पूजा रुचती नहीं । अनेक भोले लोगों को भ्रम में sto का यह सीधा रास्ता है। इस प्रत्यक्ष भौतिक माया की अपेक्षा शास्त्रीय और कवियों की वाङ्माया (शब्द-माया) बहुत त्रिकट होती है ।
११