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विषयानुक्रमणिका
प्रथम खण्ड
जैन आचार-विचार तथा निर्ग्रन्थ ज्ञातपुत्र श्रमण भगवान् महावीर
विषय
स्तम्भ
21
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11
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31
11
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73
न०
— जैन अहिसा का प्रभाव
२- -जैन गृहस्थो का आचार
३-निर्ग्रथ श्रमण का आचार
४ – भगवान् महावीर स्वामी का त्यागमय जीवन
५ -- श्रमण भगवान् महावीर का तत्त्व ज्ञान
31
६ -- श्रमण भगवान् महावीर तथा अहिसा
-भगवान् महावीर के मासाहार सम्बन्धी विचार - जैन मासाहार से सर्वथा अलिप्त
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७
-- तथागत गौतम बुद्ध द्वारा निर्ग्रथचर्या मे मामभक्षण
निषेध
१० -- बौद्ध-जैन सवाद मे मामाहार निषेध
स्तम्भ न०
पृष्ठ
३
१३
२२
२७
३२
३५
४०
४८
द्वितीय खंड
निग्गठ नायपुत्त श्रमण भगवान् महावीर पर मासाहार के आक्षेप का निराकरण
विषय
५७
६२
पृष्ठ
११ - महा श्रमण भगवान् महावीर स्वामी पर मासाहार के आरोप का निराकरण
६९